AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि वह प्रधानमंत्री बनने की अटकलों में नहीं पड़ते, लेकिन पाहलगाम हमले के बाद पाकिस्तान को कड़ा जवाब देने का मौका सरकार ने गंवा दिया. ओवैसी ने कहा कि वह कल्पना में प्रधानमंत्री बनने के सवाल पर नहीं सोचते. उन्होंने कहा कि वह अपनी जिम्मेदारियों और वास्तविक स्थिति पर ध्यान देना पसंद करते हैं. ओवैसी ने पुणे में प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, “मैं इन चीज़ों के बारे में सपना देखने में दिलचस्पी नहीं रखता. मैं हकीकत पर ध्यान देता हूँ और अपनी सीमाओं को समझता हूँ. मेरा मकसद सिर्फ प्रधानमंत्री बनना या मंत्री बनना नहीं है.”ओवैसी ने बताया कि उस समय युद्ध जैसी स्थिति थी क्योंकि पाकिस्तान से ड्रोन पश्चिमी सीमा पर उड़ रहे थे, गुजरात से लेकर कश्मीर तक. उन्होंने कहा, “पूरा देश पाकिस्तान को कड़ा जवाब देने के लिए तैयार था, लेकिन सरकार ने कार्रवाई रोक दी. ऐसे मौके फिर नहीं आते, लेकिन सरकार ने यह अवसर गंवा दिया.”
ओवैसी होते प्रधानमंत्री तो पहलगाम अटैक के बाद क्या होता एक्शन,,,,
